हर बार की तरह से चमकी बुखार यानि एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) बिहार के कई बड़े शहरों और गावों को अपनी चपेट में लिया | विशेषज्ञों की माने तो तो बुखार बच्चों की मौत का कारण नहीं है है इसकी वजह वे कुपोषण व अधिक तापमान का होना कह रहे हैं इस बार भी इन प्रमुख जिलों में गया, जहानाबाद, औरंगाबाद, नवादा, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण हैं।
इसी भीषण समस्या से लड़ने व दुःख व परेशानी बाँटने के लिए भोर एक नयी सुबह और लेबर इशू वाच दोनों ने मिलकर कुछ दवाइयां बांटी व इस बीमारी से लड़ने के उपाए भी बताये | और लोगो की परेशानियाँ भी सुनी जिसमे में प्रमुख इस समय ये थी की जनता सरकार के प्रवंध से खुश नहीं थी इलाज में असंतोष व्याप्त था |
हमारी टीम जब वहा पहुची तो हमने देखा की सच में हालत बहुत ही बदतर हैं कुपोषण आप अपनी आँखों से महसूस कर सकते हैं |
इसका कारण हमें अशिक्षा, बेरोजगारी, व निराशा जनक जीवन जीने को मजबूर लोग हमें लोगो से बात करके ये पता चला की वे सिर्फ इसलिए नहीं पड़े की वे जब स्कूल जाते थे तो उनसे जातीय भेदभाव किया जाता था उनको स्कूल में लगा बैठने को कहा जाता था तथा स्कूल की साफ़ सफाई का कार्य भी इनसे कराया जाता था | आप विश्वास नहीं करेंगे की हमें एक भी व्यक्ति 10वीं से अधिक पढ़ा लिखा नहीं मिला|
वैशाली के जिस क्षेत्र में हम गए थे वह मुसहर (मांझी) व मल्लाह(साहनी) दो समुदाय रहते हैं और दोनों ही आर्थिक व सामाजिक रूप से काफी पिछड़े थे |


जल्दी ही भविष्य में भोर एक नयी सुबह और लेबर इशु वाच इस समुदाय के साथ इनके सैशिक , आर्थिक व सामाजिक विकाश के लिए कार्य शुरू करेंगे.
अतः आपसे आर्थिक व नैतिक सहयोग की अपेक्षा है |
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